नदबई। बेटी की शादी धूमधाम से करना हर पिता का सपना होता है। एक पिता मन में खुशी लेकर बेटी की विदाई दान-दहेज के साथ करता है, लेकिन आफत बाधा बन जाए तो पिता की आंखों से आंसू बह निकलते हैं। उसकी खुशियों पर पानी फिर जाता है। ऐसा ही मामला गांव भदीरा निवासी निजाम अहमद के साथ हुआ, जिसे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन और धारा 144 लागू होने से 30 मार्च को अपनी बेटी की शादी स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो 30 मार्च को निजाम अहमद की पुत्री रुबीना की शादी आगरा क्षेत्र में किरावली के गांव खेड़ा वाकन्दा निवासी शाहिद खान से होनी है। बेटी के पिता ने कस्बे में बौहरा मैरिज होम बुक कर शादी की सभी तैयारी पूरी कर लीं हैं। खास बात है कि युवती की शादी को लेकर 15 मार्च को लगन पत्रिका भी भेज दी गई। खाने-पीने सहित दहेज सामान एकत्रित कर लिया। लेकिन, कोरोना के चलते परिजनों में असमंजस की स्थिति बन गई। परिस्थिति को देख युवती के परिजनों ने एसडीएम से गुहार लगाई है। एसडीएम ने पांच आदमी की बारात लाकर युवती की शादी करने का सुझाव दिया। लेकिन,देश में लॉक डाउन होने पर परिजनों ने हल्दी की रस्म रोकते हुए शादी को स्थगित करने का निर्णय लिया।
नदबई। बेटी की शादी धूमधाम से करना हर पिता का सपना होता है। एक पिता मन में खुशी लेकर बेटी की विदाई दान-दहेज के साथ करता है, लेकिन आफत बाधा बन जाए तो पिता की आंखों से आंसू बह निकलते हैं। उसकी खुशियों पर पानी फिर जाता है। ऐसा ही मामला गांव भदीरा निवासी निजाम अहमद के साथ हुआ, जिसे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन और धारा 144 लागू होने से 30 मार्च को अपनी बेटी की शादी स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो 30 मार्च को निजाम अहमद की पुत्री रुबीना की शादी आगरा क्षेत्र में किरावली के गांव खेड़ा वाकन्दा निवासी शाहिद खान से होनी है। बेटी के पिता ने कस्बे में बौहरा मैरिज होम बुक कर शादी की सभी तैयारी पूरी कर लीं हैं। खास बात है कि युवती की शादी को लेकर 15 मार्च को लगन पत्रिका भी भेज दी गई। खाने-पीने सहित दहेज सामान एकत्रित कर लिया। लेकिन, कोरोना के चलते परिजनों में असमंजस की स्थिति बन गई। परिस्थिति को देख युवती के परिजनों ने एसडीएम से गुहार लगाई है। एसडीएम ने पांच आदमी की बारात लाकर युवती की शादी करने का सुझाव दिया। लेकिन,देश में लॉक डाउन होने पर परिजनों ने हल्दी की रस्म रोकते हुए शादी को स्थगित करने का निर्णय लिया।
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