कस्वा वैर मे सन 1980 मे आयुर्वेदिक औषधालय की स्थापना हुई जिसमे एक चिकित्सक, एक कम्पाउंडर व चपरासी का पद सृजित किया था। पूर्ववर्ती सरकार ने चपरासी का पद खत्म कर दिया। यहा प्रथम श्रेणी का चिकित्सक पद पाँच माह से रिक्त पडा है । ऐसे मे मरीजो को उठानी पड़ रही है परेशानी| कस्वे के मरीजो , पेन्शनरो, व दूरदराज क्षेत्र से आने वाले लोगो को आयुर्वेदिक चिकित्सा से मोहताज होना पड रहा है ।
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ऐसी स्थिति मे एकल कर्मचारी के भरोसे औषधालय चलाना मुश्किल है क्यो कि एकल कर्मचारी को भी अपने घरेलू कार्य निष्पादन के लिए छुट्टी चाहिए।
वैर आयुवेर्दिक औषधालय केवल नाममात्र का औषधालय है सरकार ने वाहवाही लूटने के लिए इसे क्रमोन्नत किया है चिकित्सक के अभाव मे मरीजो को परेशानी उठानी पड़ रही है
वार्ड पार्षद महीपालजादो ने सरकार से मांग की है कि कस्वा वैर औषधालय पर एक चिकित्सक अविलम्ब नियुक्त करने की कृपा करे। साथ ही मौसमी बीमारियों को देखते हुए आमजन को चिकित्स्य उपचार का पूर्णरूपेण लाभ मिल सके।
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